महाकुंभ 2025: दिव्यांग जनों के लिए पुण्य स्नान, पाली की संस्था ने निभाई अहम भूमिका
प्रयागराज। महाकुंभ 2025 के पावन अवसर पर पाली की दिव्यांग सेवा संस्थान ने सामाजिक समरसता और समानता की मिसाल पेश की। संस्थान ने 51 दिव्यांग जनों के लिए निशुल्क यात्रा, नेत्र जांच और दवा वितरण जैसी महत्वपूर्ण सेवाओं की व्यवस्था की।
संस्थान के संस्थापक झालाराम देवासी ने इस पहल को "अनूठी और अद्भुत यात्रा" करार दिया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि दिव्यांगजनों के आत्मसम्मान और सामाजिक समावेशन का प्रतीक भी है।
शाही स्नान रैली और नेत्र कुंभ का अनूठा संगम
महाकुंभ के दौरान दिव्यांग जनों के लिए विशेष शाही स्नान रैली निकाली गई, जो नेत्र कुंभ से गंगा घाट तक गई। यह रैली समता और समावेशन का संदेश लेकर निकली, जिसमें दिव्यांगजनों ने श्रद्धा और भक्ति के साथ पुण्य स्नान किया।
नेत्र कुंभ में पाली से आए दिव्यांग जनों की निशुल्क नेत्र जांच, दवा वितरण और चश्मा प्रदान करने की व्यवस्था की गई। इस पहल से सैकड़ों जरूरतमंदों को लाभ मिला।
अधिकारियों और संगठनों का योगदान
इस महत्वपूर्ण आयोजन में सक्षम संगठन के राष्ट्रीय मंत्री चंद्रशेखर ने दिव्यांग सेवा संस्थान के प्रयासों की सराहना की और पाली से आए दल का स्वागत किया। नेत्र कुंभ के व्यवस्थापक सुरेश चंद्र मेवाड़ा ने भी इस पहल को कुंभ का एक प्रेरणादायक अध्याय बताया।
समाज के लिए प्रेरणादायक पहल
महाकुंभ जैसे भव्य आयोजन में दिव्यांगजनों की सहभागिता को सुनिश्चित कर पाली की दिव्यांग सेवा संस्थान ने समावेशन और सामाजिक उत्थान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह पहल न केवल पुण्य स्नान का अवसर बनी, बल्कि यह संदेश भी दिया कि समाज में सभी को समान अवसर और सम्मान मिलना चाहिए।