भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्वामी विवेकानंद की जयंती को युवा दिवस के रूप में हर्षोल्लास से मनाया
सिरोही, 12 जनवरी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा आज सिरोही स्थित स्वामी विवेकानंद उद्यान में स्वामी विवेकानंद की 163वीं जयंती को युवा दिवस के रूप में धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओं और गणमान्य नागरिकों ने स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने स्वामी विवेकानंद के जीवन और उनके आदर्शों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने भारत की संस्कृति और सभ्यता को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान दी। उनके ऐतिहासिक शिकागो भाषण ने न केवल भारतीय संस्कृति की श्रेष्ठता को स्थापित किया, बल्कि युवाओं को प्रेरणा का नया स्रोत भी प्रदान किया।
युवाओं को दिया संदेश:
वक्ताओं ने इस अवसर पर युवाओं को स्वामी विवेकानंद के जीवन से प्रेरणा लेने और उनके संदेशों को आत्मसात करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, "स्वामी विवेकानंद ने युवाओं को अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जागृत रहने का संदेश दिया था। जब तक युवा वर्ग जागरूक नहीं होगा, तब तक भारत अपने संकल्पों को पूरा नहीं कर सकेगा। उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं और हमें उनकी शिक्षाओं से प्रेरणा लेनी चाहिए।"
कार्यक्रम में प्रमुख उपस्थिति:
इस आयोजन में भाजपा जिला उपाध्यक्ष अरुण ओझा, पूर्व जिला उपाध्यक्ष नारायण देवासी, नगर मंडल अध्यक्ष चिराग रावल, पूर्व मंडल अध्यक्ष महिपाल चारण, महामंत्री प्रकाश पटेल, रामलाल परिहार, गीता पुरोहित, कैलाश मेघवाल, मानि बाई, नारायण माली, और विकाश रावल सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
भाजपा नगर मीडिया प्रभारी अमृत सुथार ने बताया कि यह आयोजन युवाओं में स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को प्रसारित करने और उन्हें प्रेरित करने के उद्देश्य से किया गया। कार्यक्रम का समापन स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और उनके संदेशों को आत्मसात करने के संकल्प के साथ हुआ।
युवा दिवस का संदेश:
कार्यक्रम में वक्ताओं ने यह भी कहा कि स्वामी विवेकानंद के विचार आज के समाज में विशेष महत्व रखते हैं। उनके बताए मार्ग पर चलकर भारत को एक सशक्त और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाया जा सकता है। युवा शक्ति को उनके संदेशों से शिक्षा लेकर अपने भविष्य और देश के निर्माण में योगदान देना चाहिए।
उत्साह और जोश का माहौल:
पूरे कार्यक्रम के दौरान कार्यकर्ताओं और युवाओं में जोश और उत्साह का माहौल बना रहा। इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद के प्रेरक विचारों से ओत-प्रोत चर्चा और विचार-विमर्श ने सभी को नई ऊर्जा प्रदान की।