जय गोमाता जय गोपाल: नंदगांव में गोशाला प्रतिनिधि सम्मेलन का सफल आयोजन
रेवदर। श्री राजस्थान गोसेवा समिति की ओर से मनोरमा गोलोकतीर्थ, नंदगांव केसुआ के पवित्र परिसर में गोवंश से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर गोशाला प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सैकड़ों संत महापुरुषों के पावन सानिध्य में प्रदेशभर के गोशाला संचालकों, संतों और मंत्रियों ने भाग लिया। सम्मेलन का उद्देश्य गोवंश की स्थिति में सुधार और गोशालाओं की समस्याओं का समाधान करना था।
सम्मेलन में मुख्य वक्ता और अतिथियों का संदेश
गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढ़म और पंचायत राज्यमंत्री ओटाराम देवासी मुख्य अतिथि के रूप में सम्मेलन में उपस्थित रहे। गृह राज्यमंत्री बेढ़म ने गोसेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि गोसेवा के कारण ही वे आज मंत्री के पद पर हैं। उन्होंने घोषणा की कि राजस्थान सरकार पहली बार गोपाल कार्ड के माध्यम से प्रत्येक गोपालक को एक लाख रुपये का बिना ब्याज का ऋण देगी। उन्होंने गोशाला संचालकों की समस्याओं के समाधान के लिए एक समिति गठित करने का भी आश्वासन दिया। पंचायत राज्यमंत्री ओटाराम देवासी ने कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने गोपालन मंत्रालय की स्थापना कर गोसेवा को प्रोत्साहन दिया था।
गोसेवा के लिए मांगें और प्रस्ताव
श्री राजस्थान गोसेवा समिति के महामंत्री रघुनाथसिंह राजपुरोहित ने ज्ञापन के माध्यम से सरकार से गोसेवा के लिए कई महत्वपूर्ण मांगें रखीं, जिनमें ग्रामस्तर पर गोचर भूमि को 30 साल की लीज पर देना, गोपालकों को सब्सिडी प्रदान करना, गोवंश के लिए अनुदान बढ़ाना, और विदेशी कृत्रिम गर्भाधान पर रोक लगाने की मांग प्रमुख थी। समिति के अध्यक्ष महंत दिनेश गिरी फतेहपुर ने गो आधारित जैविक खेती के लिए सरकारी सहयोग की अपील की।
सम्मेलन का समापन और संतो का आशीर्वाद
गोशाला प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन गोऋषि स्वामी दत्तशरणानंदजी महाराज, स्वामी अवधेशचैतन्यजी ब्रह्मचारी महाराज, महंत स्वामी चेतनानंदजी महाराज सहित सैकड़ों संतों की उपस्थिति में हुआ। इस अवसर पर गोशाला संचालकों ने मनोरमा गोलोक की परिक्रमा कर गोपूजन किया और गोसेवा महाअभियान को गति देने का संकल्प लिया।
सम्मेलन में श्री राजस्थान गोसेवा समिति, गोधाम पथमेड़ा और प्रदेशभर के अन्य गोशाला संचालकों के सैकड़ों प्रतिनिधियों ने भाग लिया और गोवंश की स्थिति में सुधार के लिए मिलकर कार्य करने का संकल्प लिया।